Mp assembly elections: भोपाल । मध्य प्रदेश के सीहोर जिले की बुधनी विधानसभा में इस बार कुछ नया होने वाला है। बुधनी की सियासत में एक ऐसे युवा की एंट्री होने जा रही है, जिसने सीधे तौर पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को चुनौती दी है। हालांकि, अभी विधानसभा चुनाव तारीखों का ऐलान नहीं हुआ है, लेकिन सिवनी जिले के युवा कारोबारी विजय नंदन ने बुधनी विधानसभा सीट से निर्दलीय चुनाव लड़ने की दावेदारी पेश की है। चूँकि, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान यहां से मौजूदा विधायक हैं, लिहाजा विजय नंदन का बुधनी सीट से चुनाव लड़ने का ऐलान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को सीधी चुनौती के रूप में ही देखा जा रहा है।
Mp assembly elections: इसलिए अहम है बुधनी सीट
Mp assembly elections: सिहोर जिले की बुधनी सीट ऐसी है, जिस पर सभी की नजर रहेगी। इस सीट से राज्य के मौजूदा मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान विधायक हैं। वे 2018 में यहां से पांचवीं बार जीते हैं। 1990 में शिवराज पहली बार बुधनी के विधायक बने थे। नवंबर 2005 में मुख्यमंत्री बनने के बाद उन्होंने बुधनी सीट से उप-चुनाव लड़ा और यहां से विधायक बने। तब से लगातार इस सीट से जीतते आ रहे हैं। अब इस बार के चुनाव में क्या निर्दलीय युवा उम्मीदवार विजय नंदन भाजपा की जीत का समीकरण बिगाड़ेंगे या जनता नए चेहरे पर भरोसा जताकर नया सियासी इतिहास रचेगी यह देखना रोचक होगा। आपको बता दें कि, 1962 और 1972 के विधानसभा चुनाव में यहां की जनता ने निर्दलीय उम्मीदवार को अपना विजयश्री आशीर्वाद देकर जीत दर्ज कराई थी।
Mp assembly elections: चढ़ा चुनावी पारा
Mp assembly elections: मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव की तारीखों के ऐलान से पहले ही राज्य में चुनावी पारा चढ़ा हुआ है। सभी दलों ने चुनाव प्रचार शुरू कर दिया है। सत्ताधारी भाजपा सहित कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के अरविंद केजरीवाल भी मतदाताओं को चुनावी गारंटी दे रहे हैं। इधर, सिवनी जिले के युवा कारोबारी विजय नंदन भी बुधनी विधानसभा में डटे हुए हैं, वे यहां जनता से डोर टू डोर जनसंपर्क कर रहे हैं, जहां उन्हें लोगों का समर्थन मिल रहा है।
Mp assembly elections: मुख्यमंत्री ने सिर्फ घोषणाएं की
Mp assembly elections: इस बीच विजय नंदन ने मुख्यमंत्री के कामकाज पर सवाल उठाते हुए कहा कि, घोषणा पुत्र शिवराज के बीते पूरे कार्यकाल को देखा जाए तो मध्यप्रदेश में विकास की गति अन्य राज्यों के मुकाबले बहुत धीमी है। राजस्थान और छत्तीसगढ़ जैसे राज्य भी विकास के मामले में मप्र से आगे हैं। इसलिए अब प्रदेश की जनता भी चाहती है कि इस बार प्रदेश को घोषणा नहीं, बल्कि काम करने वाला मुख्यमंत्री मिले।
Mp assembly elections: इन्वेस्टर समिट महज दिखावा साबित हुई
Mp assembly elections: युवा उद्यमी विजय नंदन उद्योग जगत में सक्रिय हैं और भारत ही नहीं, बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी उनकी अच्छी पकड़ है। उनका कहना है कि, मध्यप्रदेश में औद्योगिक विकास के लिए भाजपा सरकार के पास कोई रोडमैप नहीं है। उद्योग नहीं होने से प्रदेश में बेरोजगारी बढ़ रही है। विजय नंदन कहते हैं कि, साल 2023 की शुरुआत में मप्र में जो इन्वेस्टर समिट आयोजित की गई वह महज एक दिखावा है। सच्चाई यह है कि उद्योगपति मध्य प्रदेश में आए ही नहीं। यह प्रदेश की जनता भी देख रही है। लड़ली बहना योजना को लेकर उन्होंने कहा कि, योजना अच्छी है, लेकिन इसमें मध्यम वर्गीय परिवार को वंचित रखा गया है, जो अनुचित है।