Ram Mandir: नई दिल्ली: अयोध्या में राम मंदिर का प्राण प्रतिष्ठा को लेकर पूरे भारत में जश्न का माहौल है। अयोध्या में 22 जनवरी को होने वाली प्राण प्रतिष्ठा की सभी तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। रामलला की भव्य मूर्ति को गर्भगृह में पहुंचा दिया गया है।
Ram Mandir: 22 तारीख को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी। इससे पहले इस भव्य मूर्ति की एक तस्वीर सामने आई है। मूर्ति बेहद ही भव्य और सुन्दर है। यह काले पत्थर से बनाई गई है। इसके पीछे भी एक खास वजह बताई जा रही है। वहीं, शुक्रवार से अचल विग्रह यानी मूर्ति देह के शुद्धिकरण की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। प्रक्रिया में मंत्रों द्वारा मूर्ति में प्राण डाला जाएगा।
Ram Mandir: हिंदू धर्म में पूजा-पाठ के अपने नियम हैं। भगवान श्री गणेश की पूजा करने के पाश्चत्य अरणि मंथन की प्रक्रिया शुरू की गयी। इस प्रक्रिया में अग्नि मंत्र का उच्चारण करते हुए अग्नि प्रकट की जाती है। वैदिक परंपरा अनुसार, 9 कुंड में अरणि मंथन द्वारा अग्नि प्रकट की गई, जो 22 तारीख तक प्रज्वलित रहेगी। इसी अग्नि में हवन कर नवग्रहों की पूजा की गयी।
Ram Mandir: -भगवान श्री राम की आंखों को पीले वस्त्र से ढका गया
Ram Mandir: भगवान श्री राम की आंखों को पीले वस्त्र से ढका गया है, जिसे 22 तारीख को ही खोला जाएगा। आज शनिवार यानी 20 जनवरी से हवन पूजन के साथ भगवान श्री राम के पांच अधिवास शुरू हो जाएंगे। प्रभु को फल, पुष्प, प्रसाद, शक्कर और पिंड में रखा जाएगा। 20 जनवरी को कमल के फूलों से नए विग्रह का अधिवास होगा। 81 कलशों के जल से मंदिर का शुद्धिकरण भी किया जाएगा। 22 जनवरी के दिन प्रभु अपने आसन पर विराजमान हो जाएंगे।
Ram Mandir: माथे पर तिलक, मुख पर मुस्कान, धनुष-बाण लिए पधारे राजा राम,
Ram Mandir: राम मंदिर से भगवान श्री राम की मूर्ति की झलक सामने आ चुकी है। भगवान श्री राम के बाल स्वरूप की मूर्ति में विष्णु भगवान समेत उनके दशावतार का भी प्रतिबिंब दिख रहा है। माथे पर तिलक, मुख पर मुस्कान, धनुष-बाण लिए भगवान का बाल स्वरूप अति मोहक और निराला है।
Ram Mandir: राम जी की मूर्ति में विष्णु भगवान समेत उनके दशावतार के साथ हनुमान जी और गरुड़ जी के भी दर्शन किए जा सकते हैं। भगवान के चेहरे और हाथों को पीले वस्त्र से ढक दिया गया है, जिसे प्राण-प्रतिष्ठा के बाद हटा दिया जाएगा। भगवान की मूर्ति श्याम शिला से बनाई गई है, जिसे कर्नाटक के मूर्तिकार अरुण योगराज द्वारा तैयार किया गया है।
Ram Mandir: अदभुत है भगवान का बाल स्वरूप
Ram Mandir: श्यामल रूप में भगवान श्री राम गर्भगृह में विराज चुके हैं। भगवान की प्रतिमा 4.24 फीट ऊंची बनायी गयी है। प्रतिमा 3 फीट चौड़ी है, जिसका का वजन लगभग 200 किलोग्राम है। मस्तक पर सूर्य, स्वस्तिक, ॐ, गदा और चक्र तराशा गया है। मूर्ति में मत्स्य, कूर्म, वराह, नरसिंह, वामन, परशुराम, राम, कृष्ण, बुद्ध और कल्कि अवतार भी शामिल हैं। वहीं, निचले स्थान में हनुमान जी और गरुड़ देव के भी दर्शन किए जा सकते हैं। भगवान श्री राम 5 वर्षीय बालक के रूप में कमाल पर विराजमान हैं।
Ram Mandir: कब होंगे श्री राम के दर्शन?
Ram Mandir: भगवान श्री राम की मूर्ति में मंत्रोच्चारण के साथ प्राण डाले जाएंगे। प्राण प्रतिष्ठा की प्रक्रिया के बाद भगवान की मूर्ति के दर्शन सभी श्रद्धालु कर सकेंगे।
Ram Mandir: मूर्ति को एक ही पत्थर पर बनाया गया
Ram Mandir: इसके साथ ही इस मूर्ति को एक ही पत्थर पर बनाया गया है। इसमें कोई और पत्थर को नहीं जोड़ा गया है। रामलला की इस मूर्ति में मुकुट की साइड सूर्य भगवान, शंख, स्वस्तिक, चक्र और गदा नजर आएगा। मूर्ति में रामलला के बाएं हाथ को धनुष-बाण पकड़ने की मुद्रा में दिखाया गया है। मूर्ति का वजन करीब 200 किलोग्राम है। मूर्ति की ऊंचाई 4.24 फीट और चौड़ाई तीन फीट है।
Ram Mandir: काले रंग की है रामलला की मूर्ति
Ram Mandir: इसके साथ ही मूर्ति को काले रंग के पत्थर पर बनाया गया है। इसके पीछे का कारण बताया जा रहा है कि दूध के अभिषेक से इस पत्थर पर कोई असर नहीं पड़ेगा। वहीं एसिड या अन्य किसी भी तरह के पदार्थ से रामलला की मूर्ति खराब नहीं होगी। यह कई वर्षों तक ऐसी ही बनी रहेगी। इसका रंग भी हल्का नहीं पड़ेगा। बता दें कि रामलला की इस मूर्ति को अरुण योगिराज ने बनाया है।