आखिरकार 500 वर्षो के वनवास के बाद प्रभु श्री राम आज अयोध्या में विराजमान हुए है
आज अयोध्या के राम मंदिर में जिस दिव्य रामलला की प्राण प्रतिष्टा की गई उसे कर्नाटक के मूर्तिकार अरुण योगीराज ने बनाया है.
इसे लेकर अरुण योगीराज ने कहा कि भगवान राम का आशीर्वाद हमेशा उनके साथ रहा है.वहीँ अरुण योगीराज ने इसको लेकर मीडिया से बातचीत भी की है
उन्होंने कहा की , "मुझे लगता है कि मैं अब इस धरती पर सबसे भाग्यशाली व्यक्ति हूं. मेरे पूर्वजों.....
परिवार के सदस्यों और भगवान रामलला का आशीर्वाद हमेशा मेरे साथ रहा है. कभी-कभी मुझे लगता है कि मैं सपनों की दुनिया में हूं."
बता दे इससे पहले राम मंदिर ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने बताया था कि कर्नाटक के मूर्तिकार अरुण योगीराज की बनाई मूर्ति को ही गर्भगृह में स्थापित किया जाएगा.
वहीं राम मंदिर में लगने वाली मूर्ति को बनाने में तीन मूर्तिकार लगे हुए थे. कर्नाटक के अरुण योगीराज के अलावा भी मूर्तिकार
गणेश भट्ट और जयपुर के सत्यनारायण पांडेय ने भगवान राम की अलग-अलग मूर्ति बनाई थी, जिसमें अरुण की मूर्ति का प्राण प्रतिष्ठा किया गया.