पूर्व परिक्षेत्र लिपिक शर्मा बाबू का एक और काला कारनामा!, पढ़िए पूरा मामला

राज्य-छत्तीसगढ़

 

पेंड्रा: जिला के वन विभाग में सुर्खियां में रहने वाले राजकुमार शर्मा (शर्मा बाबू ) का का एक और काला कारनामा सुर्खियों मे हैँ इनके द्वारा अपने पद व पहुंच का दुरूपयोग करते हुए अपने छोटे पुत्र बसंत कुमार शर्मा को अगस्त 2010 से मरवाही परिक्षेत्र में कम्प्यूटर आपरेटर के रूप में कार्य करना बताकर फर्जी व्हाउचर तैयार कराकर शासकीय राशि का गबन किया गया, जबकि बसंत कुमार शर्मा आदिम जाति सेवा सहकारी समिति मर्या० मरवाही ( सोसाईटी ) में 2007 से 16.11.2012 तक कार्य करने के संबंध में बिंदुवार शिकायत की गई है।

 

 

जिसमे बसंत कुमार शर्मा को अगस्त 2010 से वन परिक्षेत्र कार्यालय मरवाही से कम्प्यूटर आपरेटर के रूप में कार्य करना वनमण्डल कार्यालय द्वारा दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों की जारी वरीयता सूची में दर्शित है। वही बसंत कुमार शर्मा आदिम जाति सेवा सहकारी समिति मर्या० मरवाही (सोसाईटी) में 2007 से 2012 तक कार्य करने के संबंध में बसंत कुमार शर्मा द्वारा द्वितीय वर्ष में कार्य करने हेतु प्रस्तुत आवेदन दिनांक 26.08.2008 एवम् आदिम जाति सेवा सहकारी समिति मर्या० मरवाही (सोसाईटी) द्वारा जारी प्रमाण पत्र में 01.10.2008 से 16.11.2012 तक कार्य करना बताया गया है। प्रमाण पत्र की छायाप्रति संलग्न किया गया है।

कहीं न कहीं एक ही व्यक्ति द्वारा एक ही अवधि अगस्त 2010 से वर्तमान तक वन परिक्षेत्र कार्यालय मरवाही में तथा सोसाईटी में 2007 से 16.11.2012 तक दो विभागों में कार्य कर शासकीय राशि का गबन किया गया है। राजकुमार शर्मा तत्कालीन परिक्षेत्र लिपिक मरवाही द्वारा अपने पद व पहुंच का दुरूपयोग कर वर्तमान में भी इन्हे परिक्षेत्र कार्यालय में कार्य पर रखा गया है। ऐसे आपरेटर को तत्काल नौकरी से हटाकर मामले की जांच कर कर अपराधिक मामला पंजीबद्ध कराया जाये और वसूली की कार्यवाही की जाये।