भनपुरी में रैली निकालकर बाबा साहब डॉ. भीमराव आंबेडकर की जयंती मनाई गई

राज्य-छत्तीसगढ़

 

रायपुर। बाबा साहब डॉ. भीमराव आंबेडकर की जयंती रविवार को भनपुरी में धूम धाम से मनाई गई। बाबा साहब के व्यक्तित्व-कृतित्व पर चर्चा करते हुए राष्ट्र निर्माण में उनके योगदान को सराहा गया। बाबा साहब के अधूरे सपने को पूरा करते हुए समतामूलक समाज की स्थापना का संकल्प दोहराया गया। भनपुरी में भीमराव आंबेडकर जयंती का कार्यक्रम बहुत ही हर्षोल्लास के साथ मनाया गया।

भनपुरी में बाबा साहब डॉक्टर भीम राव अम्बेडकर की 133 वीं जयंती पर महाबोधि समाज कल्याण संघ भनपुरी के उपासको एवं भनपुरी वासियों के द्वारा रैली निकालकर बाबा साहब के विचारों को जनमानस के बीच परोसकार बाबा साहब डॉक्टर भीम राव अम्बेडकर जी की जयंती मनाई गई।

बता दें कि आंबेडकर जयंती या भीम जयंती, डॉ. भीमराव आंबेडकर जिन्हें डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर के नाम से भी जाना जाता है, का जन्म दिन 14 अप्रैल को पर्व के रूप में भारत समेत पूरे विश्व में मनाया जाता है।

इस दिन को ‘समानता दिवस’ और ‘ज्ञान दिवस’ के रूप में भी मनाया जाता है, क्योंंकि जीवन भर समानता के लिए संघर्ष करने वाले आंबेडकर को समानता और ज्ञान के प्रतीक माना जाता है। आंबेडकर को विश्व भर में उनके मानवाधिकार आंदोलन संविधान निमार्ता और उनकी प्रकांड विद्वता के लिए जाने जाते हैं और यह दिवस उनके प्रति सम्मान व्यक्त करने के लिए मनाया जाता है।

आंबेडकर की पहली जयंती सदाशिव रणपिसे इन्होंने 14 अप्रैल 1928 में पुणे नगर में मनाई थी। रणपिसे आंबेडकर के अनुयायी थे। उन्होंने आंबेडकर जयंती की प्रथा शुरू की और भीम जयंती के अवसरों पर बाबासाहेब की प्रतिमा हाथी के अंबारी में रखकर रथ से, ऊँट के ऊपर कई मिरवणुक निकाली थी।