
-डॉ. गार्गी यदु पाल पर सांठगांठ कर प्रोत्साहन राशि में डाका डालने का आरोप
-मुन्नालाल निर्मलकर ने तबादला आदेश को निरस्त करने की मांग
-स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. गार्गी यदु पाल विवादों में
-डॉ. गार्गी यदु पाल को विभाग ने दिया तोहफा!
-डॉ. गार्गी यदु पाल के बहन का भी गरियाबंद ट्रांसफर
Dr. Gargi Yadu Pal: रायपुर। राज्य सरकार ने बड़ी संख्या में स्वास्थ्य विभाग में तबादले किये हैं। कई जिलों में सिविल सर्जन और सीएमएचओ को बदला गया है। कई स्पेशलिस्ट डाक्टरों को प्रभारी सिविल सर्जन व सीएमएचओ का चार्ज दिया गया है। वहीं विभाग ने डॉ. गार्गी यदु पाल चिकित्सा अधिकारी शहरी स्वास्थ्य केंद्र खोखोपारा जिला रायपुर से प्रभारी मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी गरियाबंद बनाकर सबको चौका दिया है।
स्वास्थ्य विभाग ने करीब 17 डॉक्टरों का तबादला आदेश जारी किया है। लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के जारी आदेश में 9 वें नंबर पर डॉ.गार्गी यदु पाल का नाम शामिल है। ये नाम सबको चौका दिया है।
Dr. Gargi Yadu Pal छत्तीसगढ़ मैदानी स्वास्थ्य कर्मचारी संघ के महामंत्री मुन्नालाल निर्मलकर ने कहा कि जिस अधिकारी को प्रशासनीक अनुभव न हो न ही खंड चिकित्सा अधिकारी रहीं न ही जिला नोडल अधिकारी रही हैं। ऐसे चिकित्सा अधिकारी को कैसे सीएमएचओ की जिम्मेदारी सौंपी जा सकती है। संघ का दावा है कि डॉ. गार्गी यदु पाल की बहन सृष्टि यदु जिला सलाहकार का भी गरियाबंद ट्रांसफर किया गया है। अब सवाल यह उठता है कि ऐसी क्या इमरजेंसी थी कि डॉ. गार्गी यदु पाल को आनन-फानन में गरियाबंद सीएमएचओ बनाया गया। वहीं डॉ. गार्गी यदु पाल के बहन को भी पदस्थ किया गया है।
Dr. Gargi Yadu Palइतना ही नहीं डॉ. गार्गी यदु पाल स्त्री रोग विशेषज्ञ रहते कोई विशेषज्ञता वाले काम ही नहीं किया है। संघ का कहना है कि मात्र 8 वर्ष के नौकरी में उन्हें गरियाबंद सीएमएचओ बना दिया गया है। जबकि डॉ. गार्गी यदु पाल से कई सीनियर अधिकारी हैं।
Dr. Gargi Yadu Palडॉ.गार्गी यदु पाल पर आरोप था कि डॉ. राहुल अग्रवाल (प्रभारी डॉक्टर) और स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ.गार्गी यदु पाल ने डॉ. खूबचंद बघेल स्वास्थ्य सहायता योजना के तहत मिलने वाली लाखों रुपए के प्रोत्साहन राशि में डाका डाला है। दूसरे के हक को मारने का काम किया है। इस मामले में जांच के लिए पांच सदस्यीय टीम का भी गठन किय था, टीम ने जांच रिपोर्ट भी सौंप दिया है। जिसमें रायपुर सीएमएचओ ने प्रोत्साहन राशि की बंदरबांट होने की बात स्वीकारी थी। उसके बाद भी स्वास्थ्य विभाग ने डॉ.गार्गी यदु पाल को कैसे सीएमएचओ की जिम्मेदारी दी गई। यह जांच का विषय है। प्रोत्साहन राशि में गड़बड़ी मामले मेंं जांच/ कार्रवाई पूरी नहीं हुई। पूरे आयुष्मान घोटाला की फाइल को दबा दिया गया है।
Dr. Gargi Yadu Palछत्तीसगढ़ मैदानी स्वास्थ्य कर्मचारी संघ के महामंत्री मुन्नालाल निर्मलकर ऐसे भ्रष्ट जूनियर डॉक्टर को जवाबदारी पद पर पदस्थ किया गया है। स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ.गार्गी यदु पाल आयुष्मान घोटाले मामले में दोषी पाया गया है और जांच चल रही है। उसके बाद भी गरियाबंद सीएमएचओ बनाया गया है। छत्तीसगढ़ मैदानी स्वास्थ्य कर्मचारी संघ शासन से मांग करता है कि इस आदेश को निरस्त करें और ऐसे भ्रष्ट अधिकारी को हटाया जाए।