CG NEWS: Former Assembly Speaker's son cheated of Rs 58 lakh: Money transferred from bank by sending fake letterhead, police started investigation

CG NEWS : पूर्व विधानसभा अध्यक्ष के बेटे से 58 लाख की ठगी: फर्जी लेटरपैड भेजकर बैंक से ट्रांसफर कराए गए पैसे, पुलिस ने जांच शुरू की

Featured जुर्म

CG NEWS : पूर्व विधानसभा अध्यक्ष के बेटे से 58 लाख की ठगी: फर्जी लेटरपैड भेजकर बैंक से ट्रांसफर कराए गए पैसे, पुलिस ने जांच शुरू की

CG NEWS : रायपुर: छत्तीसगढ़ विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष गौरीशंकर अग्रवाल के बेटे नितिन अग्रवाल से 58 लाख रुपए की ठगी का मामला सामने आया है। आरोप है कि ठगों ने नितिन की कंपनी के फर्जी लेटरपैड का इस्तेमाल कर बैंक को चकमा दिया और बड़ी रकम तीन अलग-अलग खातों में ट्रांसफर करवा ली।

CG NEWS : नितिन अग्रवाल की कंपनी ‘क्राउन विला एंड डेवलपर्स’ का खाता फेडरल बैंक में है। ठगों ने इसी कंपनी के नाम से एक फर्जी लेटर तैयार कर बैंक प्रबंधक को भेजा। लेटर में बेंगलुरु, पुणे और दिल्ली स्थित तीन खातों का उल्लेख था और उनमें पैसा जमा करने के निर्देश दिए गए थे।

CG NEWS : बैंक मैनेजर ने बिना किसी पुष्टि या प्रबंधन से सत्यापन किए तीनों खातों में क्रमश: 29 लाख, 18 लाख और 11 लाख रुपए ट्रांसफर कर दिए। जैसे ही यह रकम खातों में पहुंची, ठगों ने उसे तुरंत निकाल लिया।

CG NEWS : जब नितिन अग्रवाल के मोबाइल पर बैंक से ट्रांजेक्शन के मैसेज आए तो उन्हें ठगी की जानकारी हुई। उन्होंने तुरंत कंपनी के एचआर और अन्य अधिकारियों से संपर्क किया और फिर सीधे बैंक पहुंचकर जानकारी ली। बैंक प्रबंधन ने उन्हें वह फर्जी लेटर दिखाया, जिस पर भरोसा कर भुगतान किया गया था।

CG NEWS : घटना की शिकायत गंज थाने में दर्ज कराई गई है। पुलिस ने बैंक प्रबंधन की लापरवाही को गंभीरता से लेते हुए फेडरल बैंक के खिलाफ मामला दर्ज किया है। साथ ही अज्ञात ठगों के खिलाफ भी जांच शुरू कर दी गई है। तीनों खातों की डिटेल्स पुलिस ने हासिल कर ली हैं और साइबर सेल की मदद से आगे की छानबीन की जा रही है।

CG NEWS : यह कोई पहली घटना नहीं है। इससे पहले भी रायपुर के पंडरी इलाके के एक कारोबारी के खाते से भी इसी तरह फर्जी लेटरपैड के जरिए पैसे निकाले गए थे। उस मामले में भी पुलिस जांच कर रही है, लेकिन अब तक कोई ठोस सफलता नहीं मिली है। अब इस नई ठगी ने बैंकिंग सिस्टम और कंपनियों की साइबर सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।