Earth Day 2023: नई दिल्ली: Earth Day 2023 Wishes: पृथ्वी दिवस (Earth Day 2023)मनाने का उद्देश्य वातावरण को संरक्षित करने के लिए लोगों को जागरूक करना है। इस दिन को मनाने की शुरुआत अमेरिकी सीनेटर जेराल्ड नेल्सन ने 1970 में की थी। पर्यावरणीय खतरे को कम करने के लिए लोग पृथ्वी द्वारा प्रदत्त चीजों को शुक्रिया किया जाना चाहिए और पृथ्वी दिवस पर प्रकृति के संरक्षण का संकल्प लेना चाहिए। पृथ्वी दिवस के मौके पर अपने परिवार, रिश्तेदार, दोस्तों और करीबियों को प्रकृति को सुरक्षित रखने के उद्देश्य से पर्यावरण शिक्षा दें।
Earth Day 2023: पर्यावरण शिक्षा के लिए यहां आकर्षक वॉलपेपर दिए जा रहे हैं, पृथ्वी दिवस के मौके पर ये वाॅलपेपर अपने प्रियजनों को भेजें।धरती को जननी कहते हैं। धरती जानवरों से लेकर इंसानों तक को जीवन देती है। जिंदा रहने के लिए श्वास, जल और भोजन देती है। हालांकि इंसान पृथ्वी से प्राप्त तत्वों का भरपूर दोहन कर रहे हैं और उसे नुकसान पहुंचा रहे हैं। दिन पर दिन पृथ्वी और इसका वातावरण दूषित हो रहा है। ऐसे में विश्व प्रतिवर्ष 22 अप्रैल को अर्थ डे यानी पृथ्वी दिवस मनाता है।
Earth Day 2023: प्रमुख स्लोगन
1. जीवन को हमें बचाना है…पृथ्वी को हरा बनाना है.
2. कटते वृक्ष उजड़ते वन, मौत को हैं आमंत्रण.
3. जन-जन से ये कहना है…वृक्ष धरा का गहना है.
4. धरा नहीं होगी तो सब धरा रह जाएगा!
5. मत करो धरती पर तुम सब अत्याचार, क्योंकि यही तो है हमारी सांसों का आधार.
Earth Day 2023: हमें ये लेना होगा संकल्प
1. पृथ्वी के बिना इंसान का जीवन संभव नहीं है. इसे बचाने के लिए हमें पेड़-पैधे लगाने का संकल्प लेना होगा. ऐसा करने से हरियाली के साथ ही ऑक्सीजन भी मिलेगी. पेड़ मिट्टी को कटने से भी रोकते हैं. इसलिए हमें पौधरोपण करना होगा और इसके लिए लोगों को जागरूकर भी करना होगा.
2. धरती को बचाने में जल संरक्षण बेहद अहम भूमिका निभाता है. पानी की बरबादी हमारे भूमंडल के बिगड़ते हालात के लिए जिम्मेदार है. हमें ज्यादा से ज्यादा पानी बचाने का संकल्प लेना होगा. भू-गर्भ जल को बनाए रखना होगा. पानी बेवजह खर्च न करें. बारिश के पानी को स्टोर करके उसका इस्तेमाल करना चाहिए.
3. पूरी दुनिया में आज बढ़ती वाहनों की संख्या और हवाई जहाजों की मांग से ग्लोबल वार्मिंग बढ़ रही है. वाहनों और हवाई जहाजों से निकलने वाला धुआं वायु प्रदूषण का प्रमुख कारण बन रहा है. अगर ज्यादा दूर न जाना हो तो सायकिल का इस्तेमाल करना चाहिए. अगर सायकिल न चला सकें तो पब्लिक ट्रांसपोर्ट का इस्तेमाल करें.
4. कूड़े-कचरे का उचित प्रबंधन करना होगा.रीसाइक्लिंग नहीं होने के कारण जगह-जगह कचरे के ढेर लगे रहते हैं, जो वायु प्रदूषण, जल प्रदूषण का कारण बनते हैं. ऐसे में हमें कचरा प्रबंधन पर विशेष ध्यान देना होगा.
5. पृथ्वी को बचाने के लिए बिजली का कम इस्तेमाल करना बेहद जरूरी है. बिजली बनाने में कोयला और प्राकृतिक गैसों का सर्वाधिक इस्तेमाल होता है. इन पदार्थों को ज्यादा से ज्यादा जलाने से पर्यावरण प्रदूषण होता है. हमें सौर ऊर्जा का ज्यादा इस्तेमाल करने के संकल्प लेना होगा. एसी का तापमान 24-25 डिग्री तक ही रखें. ऐसा करने से ग्रीनहाउस गैसें का उत्सर्जन कम होता है.
6. हम कम से कम केमिकल का इस्तेमाल करना चाहिए. नहाने, कपड़े धोने, बर्तन धोने, हाथ धोने में इस्तेमाल किए जाने वाला केमिकल नाली के रास्ते बड़े नालों से होता हुआ नदियों में मिलेगा. जिससे नदियां प्रदूषित होंगी. इससे हमारे पर्यावरण पर खराब असर पड़ेगा.