डीके ठाकुर/गरियाबंद-राजिम-नवापारा। छत्तीसगढ़ के ग्राम पंचायतों में कार्यरत लगभग 11000 भृत्यो द्वारा 27 मई को नया रायपुर के तूता के धरना स्थल पर अपनी दो सूत्रीय मांगो को लेकर धरना प्रदर्शन किया जाना प्रस्तावित हैं । छत्तीसगढ़ ग्राम पंचायत भृत्य कल्याण संघ सूत्रो का कहना हैं कि छत्तीसगढ़ पंचायती राज अधिनियम 1993 की धारा -7 (1)के प्रावधानों के अनुरूप प्रदेश के ग्राम पंचायतों द्वारा भृत्य के रूप में उनसे सेवाएं ली जा रही जिनके एवछ में उन्हे महज 1500 – 5000 रुपये के बीच मानदेय दिया जा रहा हैं , मानदेय राशि को लेकर समूचे प्रदेश के पंचायतों में भिन्नता की स्थिति हैं कही 1500 कही 2000 तो कही 3000 तो कही- कही पर 4000- 5000 का मानदेय दिया जा रहा है।
हमारे द्वारा शासन की जनकल्याणकारी योजनाओं को मूर्तरूप देने की दिशा में महत्वपूर्ण भूमिका अदा की जा रही हैं अत:उन्हें कम से कम छत्तीसगढ़ राज्य में प्रभावशील न्यूनतम वेतन अधिनियम ,1948 के अनुरूप न्यूनतम वेतन मिलना ही चाहिए जो उन्हें नही मिल रहा हैं जिसके चलते हमारे पारिवारिक , सामाजिक एवं आर्थिक जीवन पर प्रतिकुल असर पड़ रहा हैं। मिली जानकारी के अनुसार गरियाबंद जिले से लगभग 250 – 300 ग्राम पंचायतों के भृत्य धरना प्रदर्शन में शामिल होंगे ।
यह हैं संघ की दो सूत्रीय मांग
# प्रदेश की पंचायतों में भृत्य पद सृजित कर न्यूनतम कलेक्टर दर पर मानदेय दिया जाय ।
# नियमितीकरण होनें तक समस्त भृत्यो को 62/65 वर्ष तक जॉब सुरक्षा की गारंटी दी जाय।