Gariyabandh News:डीके ठाकुर /गरियबंद-राजिम-नवापारा । ढाई तीन साल पहले राजिम शहर के बस स्टैंड पंडित सुंदरलाल शर्मा चौक के पास लाखों रुपया खर्च कर ट्रैफिक सिग्नल लगाया गया है। कई बार इस सिग्नल खंभे को बड़ी गाड़ियां टक्कर मार दिए हैं तथा नीचे गिर भी गए हैं जिसे प्रशासन ने फिर से पैसे खर्च कर फिर खड़ा किया और फिर टक्कर मारने के बाद जैसे का तैसा पड़ा हुआ है। राजधानी रायपुर जाने वाली मार्ग तथा राजीव लोचन मंदिर मार्ग पर ट्रैफिक सिग्नल खंभा खड़ा हुआ धूल खा रहा है।
Gariyabandh News:गरियाबंद देवभोग राष्ट्रीय राजमार्ग क्रमांक 130 सी तथा महासमुंद मार्ग पर खड़े खंभा अब नहीं है उन्हें हटा दिया गया है। सड़कें सकरी होने के कारण बड़ी वाहनों को मोड़ने में दिक्कत होती है और अक्सर खंभे से जा टकराता था। जिसके कारण अब इन दोनों मार्ग पर अभी तक फिर से ट्रैफिक सिग्नल खंभा नहीं लगाया गया है। एक दो बार इन्हें चालू करके देखा बस गया उसके बाद से पड़ा हुआ है।
Gariyabandh News:किसी को साफ सफाई करने की फुर्सत नहीं है न ही इन्हें चालू करने में कोई दिलचस्पी है हालांकि शहर की जनसंख्या तेजी के साथ बढ़ रहे हैं। सड़कों पर आवागमन का दबाव बढ़ा हुआ है। वैसे भी इस बार कुंभ मेला का आयोजन होगा जिसमें देशभर से लोग पहुंचेंगे लाखों की संख्या में लोगों का आना-जाना होगा ऐसे में ट्रैफिक पुलिस या फिर सिग्नल की आवश्यकता जरूर पड़ेगी। प्रशासनिक उदासीनता के चलते लाखों रुपया का यह खंभा शो पीस खड़ा हुआ है। न ही स्थानीय प्रशासन ध्यान दे रही है और न जिला प्रशासन तथा संबंधित विभाग। आने जाने वाले लोगों की नजर इस पर जरूर पड़ती है और वह यह कह कर चले जाते हैं कि सरकारी पैसा है दुरुपयोग कर रहे हैं।
Gariyabandh News:शहर में बायपास मार्ग का सपना रह गया अधूरा
Gariyabandh News:शहर में अभी तक बायपास मार्ग नहीं बनाए गए हैं यह सपना अधूरा ही रह गया है आजादी के 76 साल बाद भी इसे पूर्ण करने में सरकार कोई दिलचस्पी नहीं लिया छोटी एवं बड़ी गाड़ियां शहर के अंदरूनी भागों से होकर ही गुजराती है कई बार तो गाड़ी को मोड़ने के चक्कर में उलट खाते हैं। बड़ी गाड़ियों के चलने के लिए लगातार बायपास मार्ग की मांग होती जा रही है लेकिन यह मांग अभी तक पूर्ण नहीं हो पाई है। लोगों ने भाजपा सरकार पर उम्मीद जताई है कि वह शीघ्र शहर के बाहर से होकर गुजरने वाली बायपास मार्ग का निर्माण करें। यह शहर राजधानी रायपुर, जिला मुख्यालय गरियाबंद, धमतरी एवं महासमुंद से सीधा जुड़ा हुआ है।