Google CEO: चेन्नई: देश से बड़ी खबर है। गूगल (Google)के सीईओ (CEO)का घर बिग गया है। उन्होंने एक अभिनेता को बेचा हैं। यह घर चेन्नई के रिहायशी इलाके अशोक नगर में स्थित है। अल्फाबेट गूगल और यूट्यूब की पैरेंट पेरेंट कंपनी है। सुंदर पिचाई गूगल के भी सीईओ हैं। सुंदर पिचाई फिलहाल लंबे समय से अमेरिका में रहते हैं। दुनिया की सबसे बड़ी टेक कंपनियों में से एक अल्फाबेट के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) सुंदर पिचाई का चेन्नई स्थित पैतृक घर बिक गया है।
Google CEO: सुंदर पिचाई का पालन-पोषण चेन्नई में हुआ था
Google CEO: सुंदर पिचाई का पालन-पोषण चेन्नई में हुआ था, लेकिन वे मेटालर्जिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई करने के लिए 1989 में आईआईजी खड़गपुर चले गए थे। उनके पड़ोसी के मुताबिक, वह 20 साल की उम्र तक इसी घर में रहे।
Google CEO: दिसंबर में जब गूगल के सीईओ चेन्नई आए, तो उन्होंने सुरक्षा गार्डों को कैश और कुछ घरेलू सामान दिया थे। पड़ोसी ने बताया, ‘उन्होंने अपने परिवार के सदस्यों के साथ बालकनी में फोटो भी खिंचवाई।’
Google CEO: मणिकंदन काफी समय से घर खरीदने की तलाश में थे
Google CEO: हिंदू बिजनेस लाइन की एक खबर के मुताबिक, गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई का चेन्नई स्थित पैतृक घर तमिल सिनेमा के अभिनेता और निमार्ता सी मणिकंदन ने खरीदा है। यह मणिकंदन की पहली प्रॉपर्टी होगी। रिपोर्ट के मुताबिक, मणिकंदन काफी समय से घर खरीदने की तलाश में थे। जैसे ही उन्हें पता चला कि सुंदर पिचाई का वह घर बिक रहा है जहां वे पले-बढ़े थे तो उन्होंने फौरन उसे खरीदने का फैसला किया।
Google CEO: 300 घर बनाए और बेचे हैं
Google CEO: मणिकंदन ने कहा, “सुंदर पिचाई ने हमारे देश को गौरवान्वित किया है, और जिस घर में वह रहते थे उसे खरीदना मेरे जीवन की एक गौरवपूर्ण उपलब्धि होगी।” मणिकंदन खुद एक रियल एस्टेट डेवलपर भी हैं। मणिकंदन ने कहा कि उन्होंने लगभग 300 घर बनाए और बेचे हैं। मणिकंदन ने कहा कि गूगल के सीईओ के माता-पिता की विनम्रता ने उन्हें प्रभावित किया है।
Google CEO: सुंदर के पिता दस्तावेजों को सौंपते समय कुछ देर रोते रहे
Google CEO: उन्होंने कहा, “सुंदर पिचाई की मां ने खुद एक फिल्टर कॉफी बनाई और उनके पिता ने मुझे पहली मुलाकात में ही सभी कागजात दे दिए। मैं उनकी विनम्रता और विनम्र दृष्टिकोण से मंत्रमुग्ध था।” उन्होंने कहा, “यहां तक कि उनके पिता ने रजिस्ट्रेशन आॅफिस में घंटों इंतजार किया और मुझे दस्तावेज सौंपने से पहले सभी आवश्यक टैक्स भी चुकाए। सुंदर के पिता दस्तावेजों को सौंपते समय कुछ देर रोते रहे क्योंकि यह उनकी पहली प्रॉपर्टी थी।”