RBI 2000 Note: नई दिल्ली: 2000 हजार के नोट बंद करने का आदेश जारी हो गया है। सितंबर तक जमा करने का आखिरी मियाद हैं। वहीं अब विपक्ष के नेता मोदी पर हमलवार हो रहे हैं। वहीं अब 500 और एक हजार के नए नोट को लेकर खबरें चल रही है। वहीं, अब ये सवाल उठने लगे हैं कि क्या 500 रुपए के भी नए नोट बाजार में आएंगे। इसके जवाब में आरबीआई के पहले गवर्नर आर गांधी ने कहा कि भारत को 500 से ज्यादा बड़े नोट की जरूरत नहीं है।
RBI 2000 Note: पूर्व आरबीआई गवर्नर आर गांधी
RBI 2000 Note: पूर्व आरबीआई गवर्नर आर गांधी ने ये भी कहा कि जिस तरह से भारत में डिजिटल ट्रांजेक्शन बढ़ रहे हैं उनको देखकर लगता है कि भारत को बड़े नोटों की जरूरत नहीं है। समय के साथ डिजिटल पेमेंट सिस्टम में बढ़ोतरी हुई है और इसके अलावा भारत में लोअर इन्फ्लेशन है। इसके मद्देनजर भारत में बड़े नोट जारी करने की आवश्यकता नहीं है।
RBI 2000 Note: आपको बता दें कि प्रधानमंत्री के पूर्व प्रिसिंपल सेक्रेटरी नृपेन्द्र मिश्र ने एक नामी मीडिया संस्थान को जानकारी देते हुए बताया कि पीएम मोदी की सोच शुरूआत से ही थी कि 2000 रुपए के नोट विशेष परिस्थितियों में एक अस्थायी व्यवस्था थी। विशेष रूप से गरीबों के लिए लेन-देन के लिए व्यावहारिक नहीं है। एक लंबे अरसे तक इस नोट को चलन में रखने से काले धन को प्रोत्साहन मिलता, करों में चोरी को प्रलोभन मिलता।
RBI 2000 Note:बैंक 20,000 के मूल्य के दूसरे नोट बदले में देगी
RBI 2000 Note: इसलिए 2,000 रुपये का नोट चलन से बाहर करने का फैसला जनहित और देशहित में है। आपको बता दें कि नृपेन्द्र मिश्र 2016 में नोटबंदी के वक्त प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रिंसिपल सेक्रेटरी थे। जान लें कि 2000 के नोट अब बैंक की तरफ से नहीं दिया जाएगा। बैंक में 2000 के 10 नोट एक बार में जमा किए जा सकते हैं। बैंक 20,000 के मूल्य के दूसरे नोट बदले में देगी।
RBI 2000 Note: गलियारों में 2000 रुपए के नोट को लेकर वार-पलटवार का दौर
RBI 2000 Note: दूसरी तरफ राजनीति के गलियारों में 2000 रुपए के नोट को लेकर वार-पलटवार का दौर जारी है, पर बहुत से लोगों को लगता है कि 2000 के नोट को चलन से बाहर करने का सरकार का फैसला भ्रष्टाचार पर रोक लगाने के लिए भी सही है। इस बीच शहर-शहर आम नागरिक 2000 के नोट बैंकों में जमा करवाने के लिए पहुंचना शुरू हो गए हैं ताकि बिना किसी मुश्किलों से आसानी से नोट बदलवाए जा सकें, या बैंकों में जमा हो सकें।
RBI 2000 Note: कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने सरकार से सवाल करते हुए कटाक्ष किया है कि क्या ये गलत निर्णय के ऊपर परदेदारी है? पहले नोटबंदी से अर्थव्यवस्था को जख्म दिया। नोटबंदी से करोड़ों रोजगार चले गए। जहां एक ओर सरकार के मुताबिक ये फैसला जनता के हितों को ध्यान में रख कर लिया गया है, वहीं कांग्रेस समेत विपक्षी दलों का हमला जारी है। अकटकट अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने भी 2000 रुपए के नोट को चलन से बाहर करने के फैसले पर सवाल उठाए हैं।
RBI 2000 Note: पूर्व डिप्टी गवर्नर ने समझाया गणित
RBI 2000 Note: शुक्रवार को 2000 रुपये के नोट को वापस मंगाने का ऐलान किया. बैंक ने कहा कि जिनके पास भी 2000 रुपये के नोट हैं, वो उसे 30 सितंबर 2022 तक अन्य मूल्यों के नोटों से एक्सचेंज करवा सकते हैं. 2000 रुपये के नोट के बदलने की प्रक्रिया 23 मई 2023 से शुरू होने वाली है.
RBI 2000 Note: इस बीच भारतीय रिजर्व बैंक के पूर्व डिप्टी गवर्नर आर गांधी ने कहा कि भारत को 500 रुपये से अधिक मूल्यवर्ग की करेंसी नोटों की आवश्यकता नहीं है. उन्होंने कहा कि जिस तरह से डिजिटल लेन-देन बढ़ रहा है, मुझे नहीं लगता कि उच्च मूल्यवर्ग के किसी भी नोट की जरूरत है।
RBI 2000 Note: शॉर्ट टर्म के लिए किया गया था स्वीकार
आर गांधी के अनुसार, डिजिटल पेमेंट सिस्टम के व्यापक रूप से सफल होने के बाद और कम महंगाई दर का मतलब है कि उच्च मूल्यवर्ग के करेंसी नोटों की अब और आवश्यकता नहीं है. साल 2016 में नोटबंदी के बाद रिजर्व बैंक ने 2000 रुपये के नए नोट को जारी किया था।
RBI 2000 Note: वहीं, आर गांधी ने 2014 से 2017 तक डिप्टी गवर्नर के रूप में कार्य करते हुए आरबीआई के मुद्रा प्रबंधन विभाग को संभाला था. उन्होंने कहा कि 2000 रुपये के नोट की शुरूआत डिमोनेटाइजेशन के सिद्धांतों के खिलाफ थी. इसे शॉर्ट टर्म टेक्टिकल निर्णय के रूप में स्वीकार किया गया था.
RBI 2000 Note: क्यों जारी किए गए ते 2000 के नोट?
RBI 2000 Note: रिपोर्ट के अनुसार, आर गांधी ने कहा कि 2016 में नोटबंदी के बाद इसलिए 2000 रुपये के नोट जारी किए गए थे. क्योंकि 500 रुपये के नोट की छपाई में बहुत अधिक समय लगता. इसलिए शॉर्ट टर्म के लिए इसे स्वीकार किया गया था. इसके अलावा, आरबीआई इन नोटों को बैंकिंग सिस्टम में आने के बाद वापस ले रहा है. उन्हें दोबारा जारी नहीं किया गया. यही वजह है कि इनमें से करीब आधे नोट पहले ही वापस ले लिए गए हैं. इसलिए, यह आश्चर्य की बात नहीं है कि बाकी नोटों को वापस लेने का निर्णय लिया गया है.
RBI 2000 Note: क्यों नहीं है बड़े नोटों की जरूरत?
RBI 2000 Note: आर गांधी ने कहा कि जिस तरह से डिजिटल लेन-देन बढ़ रहा है, मुझे नहीं लगता कि किसी बड़े मूल्यवर्ग के नोट की जरूरत है. पहले नकद लेन-देन का बोलबाला था तब, एक थंब-रूल था कि महंगाई दर के आधार पर हमें लेन-देन की सुविधा के लिए करेंसी नोटों के उच्च मूल्यवर्ग को पेश करना पड़ेगा.
RBI 2000 Note: वह बाध्यता अब दो कारणों से लागू नहीं होती. एक, डिजिटल पेमेंट के दायरा बड़ा हो चुका है. दूसरा महंगाई दर दहाई अंकों के विपरीत अब नियंत्रण में है. इसलिए बड़े वैल्यू वाले नोटों की जरूरत नहीं है.
RBI 2000 Note: कब तक सकुर्लेशन बने रहेंगे 2000 के नोट?
RBI 2000 Note: आरबीआई ने कहा कि 30 सितंबर तक 2000 रुपये के नोट सकुर्लेशन बने रहेंगे. यानी जिनके पास इस समय 2000 रुपये के नोट हैं, उन्हें बैंक से एक्सचेंज करना होगा. इसके लिए 23 मई तक 30 सितंबर का तक का वक्त निर्धारित किया गया है.
RBI 2000 Note: रिजर्व बैंक आॅफ इंडिया ने 2000 रुपये के नोट को ‘क्लीन नोट पॉलिसी’ के तहत बंद करने का फैसला किया है. इस पॉलिसी के तहत आरबीआई धीरे-धीरे 2000 के नोट बाजार से वापस ले लेगा. सरकारी आंकड़ों के मुताबिक फिलहाल 3.62 लाख करोड़ रुपये के 2000 के नोट सकुर्लेशन में हैं. लेकिन ट्रांजेक्शन बेहद कम हो रहा है.
READ MORE: ED RAID Aamir Khan : Aamir Khan के घर ईडी की ताबड़तोड़ कार्यवाही, ट्रकों में भर-भर के निकले नोट