11 जवानों की शहाद

11 जवानों की शहादत: नक्सली रोज ले रहे निर्दोषों की जान और मुखिया को दरबार लगाने से फुर्सत नहीं: बृजमोहन

Featured राजनीति समाचार राज्य-छत्तीसगढ़

 

रायपुर: दंतेवाड़ा के नक्सली हमले में 11 जवानों की शहादत पर प्रतिक्रिया देते हुए पूर्व गृह मंत्री एवं विधायक बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि यह घटना निश्चित रूप से नक्सलियों का कायराना कृत्य है जो हमारे लिए अलार्मिंग है। उन्होंने शहीद जवानों को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि हम प्रदेशवासियों की रक्षा के लिए दी गई इन वीरों की शहादत बेकार नहीं जाएगी निश्चित रूप से उन्हें कड़ा जवाब दिया जाएगा।

साथ ही बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि यह घटना छत्तीसगढ़ सरकार की लापरवाही का ही परिणाम है। हमने सरकार को लगातार नक्सलवाद के विषय पर गंभीर होने की हिदायत भी दी थी। बीते विधानसभा सत्र के दौरान भी हमें नक्सलवाद का मुद्दा उठाते हुए सरकार की तैयारियों को उनकी कार्यशैली को नाकाफी बताते हुए जानकारी सामने रखी थी। कुछ दिनों पहले विधायक के काफिले पर हमला भी हुआ था।
उन्होंने कहा कि यह पूरी घटना सुरक्षा में चूक का ही परिणाम है। क्योंकि फोर्स जब भी गुजरती है तो उसकी आगे ओपनिंग पार्टी चलती है। फिर भी यह बम ब्लास्ट की घटना हो गई।

सरकार को कटघरे में खड़ा करते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ में प्रतिदिन नक्सली मुखबिर के नाम पर एक हत्या करते हैं।बावजूद सरकार गंभीरता से उन घटनाओं को नहीं लेती। मुख्यमंत्री को दरबार लगाने से फुर्सत नहीं है और गृह मंत्री को छोटी सी भी जानकारी प्रदेश व नक्सलवाद पर नहीं है।
उन्होंने कहा कि साढे 4 साल में प्रदेश की कांग्रेस सरकार ने नक्सलवादियों के खिलाफ एक भी बड़ी कार्यवाही नहीं की किसी भी कोर नक्सली को नहीं मार गिराया। नक्सलियों को मारने की खबर महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, उड़ीसा से आती है परंतु छत्तीसगढ़ की सरकार जो नक्सलियों के प्रति नरम रुख अपनाए हुए हैं उसका ही परिणाम है कि हमारे जवान शहीद हो रहे हैं और जनता में भय व्याप्त है।

साथ ही उन्होंने कहा कि आईएएस, आईपीएस, आईएफएस अफसर छत्तीसगढ़ में ताश के पत्तों की तरह फेटे जा रहे हैं। किसी भी स्थान पर कार्य करते हुए जब उन्हें सब कुछ समझ आता है तब तक सरकार उनकी रवानगी तय कर देती है।

उन्होंने कहा कि चुनाव के पहले नक्सली इस तरह की घटनाएं करते आए हैं जिसे लेकर भी हमने सरकार को आगाह किया था। नक्सलियों में जब भय खत्म हो जाता है तब वे इस तरह की घटनाएं करते हैं। यह बम ब्लास्ट की घटना यह बता रही है कि छत्तीसगढ़ के नक्सलियों में भय कम हो गया है। ऐसे में सरकार को चाहिए की पूरी ताकत के साथ नक्सलियों के खिलाफ एक सूत्रीय अभियान चलाए कर उनकी संपूर्ण समाप्ति के लिए प्रयत्न करना चाहिए।

भूपेश निर्णायक जंग छेड़ें या घर बैठ जाएं: नारायण चंदेल

नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल ने कहा कि ऐसा प्रतीत होता है कि कांग्रेस और नक्सलियों में गुप्त गठजोड़ है। कांग्रेस अपने राजनीतिक स्वार्थों के लिए नक्सलियों का इस्तेमाल कर रही है और इसके एवज में उन्हें हिंसा करने की छूट दी गई है। कांग्रेस सरकार ने अब तक के कार्यकाल में नक्सलियों के खिलाफ कोई ऑपरेशन नहीं चलाया। मुख्यमंत्री बतायें कि आखिर क्यों नक्सल समस्या के सफाए के लिए कुछ भी नहीं किया।

नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री दावा करते हैं कि हालात बदल रहे हैं। जबकि हालात बिगड़ रहे हैं। बीजापुर विधायक विक्रम शाह मंडावी के काफिले पर नक्सलियों ने फायरिंग की। यह सरकार नक्सलियों को मुंहतोड़ जवाब देने की बजाय सफाई देती रही कि विधायक को एसपी ने उस इलाके में जाने से रोका था। जब सत्ताधारी दल के विधायक को क्षेत्र में जाने से रोके जाने की स्थिति है तो मुख्यमंत्री झूठ क्यों बोल रहे हैं कि हालात बदल रहे हैं।

नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल ने कहा कि हालात बेकाबू हो चुके हैं। सरकार हाथ पर हाथ रखे बैठी है। कांग्रेस के नेता नक्सलियों की पैरवी करते देखे जाते हैं। कांग्रेस के नेता तेलंगाना में नक्सलियों का इलाज कराने जाते हैं। मुख्यमंत्री घड़ियाली आंसू बहाने की अपेक्षा नक्सलियों के खिलाफ निर्णायक जंग छेड़ें। अन्यथा घर बैठ जाएं। 6 माह बाद भाजपा नक्सलियों की हिमायती सरकार और उसके बाद नक्सलियों को जड़ मूल से उखाड़ देगी।