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BILASPUR NEWS: युवक की मौत के बाद जमकर बवाल… अस्पताल में जमकर चले लात-घूंसे, मचा बवाल,स्टाफ ने मिलकर परिजन की कर दी पिटाई

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BILASPUR NEWS: बिलासपुर। बिलासपुर में युवक की मौत के बाद जमकर बवाल हुआ। बिलासपुर के स्वास्तिक अस्पताल में सड़क हादसे में घायल युवक की मौत के बाद इलाज में लापरवाही बरतने का आरोप लगाकर परिजन ने हंगामा मचाया, तो अस्पताल स्टाफ ने उनकी जमकर पिटाई कर दी, जिससे एक परिजन बुरी तरह घायल हो गया।

BILASPUR NEWS: घटना के बाद परिजनों के साथ लोगों की भीड़ ने अस्पताल को घेर लिया और जमकर हंगामा मचाने लगे। तनाव की स्थिति को देखते हुए अस्पताल पुलिस छावनी बन गया। आधा दर्जन टीआई, पुलिस अफसर और जवान भीड़ को समझाइश देने में जुटे रहे। परिजन अब एफआईआर और मुआवजे की मांग पर अड़ गए हैं। पूरा मामला तोरवा थाना क्षेत्र का है।

BILASPUR NEWS: मस्तूरी थाना क्षेत्र के बकरकुदा निवासी निशु बर्मन (25) सोमवार की शाम सड़क हादसे में गंभीर रूप से घायल हो गया। इस पर परिजन उसे लेकर तोरवा चौक स्थित स्वास्तिक हॉस्पिटल पहुंचे। अस्पताल में इलाज शुरू होने से पहले ही उसकी मौत हो गई, जिससे नाराज परिजनों ने इलाज में देरी और लापरवाही बरतने का आरोप लगाकर हंगामा मचाने लगे।

BILASPUR NEWS: इस दौरान अस्पताल स्टाफ से उनका विवाद हो गया और कर्मचारियों ने मिलकर परिजन उनकी जमकर पिटाई कर दी, जिससे आदित्य बर्मन बुरी तरह से घायल हो गया। उसे इलाज के लिए लाइफ केयर अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

BILASPUR NEWS: परिजन बोले- पैसे जमा किए बगैर नहीं किया इलाज

BILASPUR NEWS: परिजनों का आरोप है कि अस्पताल प्रबंधन ने पहले उनसे पैसे जमा करने के लिए कहा। उन्होंने इलाज करने की गुहार लगाई। लेकिन उनकी एक नही सुनी गई। इसके कुछ ही देर में डॉक्टरों ने निशु को मृत घोषित कर दिया। इससे माहौल बिगड़ गया। निशु के घरवालों ने डॉक्टरों पर इलाज में लापरवाही बरतने का आरोप लगाते हुए हंगामा मचाना शुरू कर दिया।

BILASPUR NEWS: अस्पताल प्रबंधन के अड़ियल रवैए से शुरू हुआ विवाद

BILASPUR NEWS: अस्पताल प्रबंधन के अड़ियल रवैए के चलते विवाद शुरू हुआ। गंभीर रूप से घायल युवक के परिजन इलाज कराने के लिए डॉक्टर और स्टाफ से मिन्नतें करते रहे।

BILASPUR NEWS: लेकिन, किसी ने ध्यान ही नहीं दिया। एक डॉक्टर ने जांच किया लेकिन इलाज शुरू नहीं किया और दूसरी जगह चले गए। कुछ देर बाद दूसरा डॉक्टर आया, उसने पैसे जमा करने की बात कही। तब परिजन उपचार शुरू करने का आग्रह करने लगे। लेकिन, इसी बीच घायल युवक की मौत हो गई, तब परिजनों का गुस्सा फूट पड़ा।

 

BILASPUR NEWS: अस्पताल स्टाफ ने की जमकर मारपीट, दो परिजन घायल

BILASPUR NEWS: परिजन के हंगामा मचाने पर अस्पताल के कर्मचारियों ने पहले निशु के परिजनों को समझाने का प्रयास किया। अस्पताल में हंगामा मचाने से मना करते हुए उन्होंने मारपीट शुरू कर दी।

BILASPUR NEWS: देखते ही देखते कर्मचारियों ने हाथ-मुक्के और लात घूसों से निशु के चाचा आदित्य बर्मन सहित अन्य की जमकर पिटाई करने लगे, जिससे आदित्य बुरी तरह से घायल हो गया। वहीं एक अन्य परिजन को भी चोंट लगी है।

BILASPUR NEWS: इस हमले में घायल आदित्य बर्मन ने अपने रिश्तेदार और परिचितों को बुलाया। फिर देखते ही देखते सतनामी समाज के लोगों की भीड़ अस्पताल पहुंच गई। आरोप है कि उन्होंने भी अस्पताल स्टाफ के साथ मारपीट की है।

BILASPUR NEWS: अस्पताल का घेराव और हंगामे की खबर मिलते ही पुलिस की टीम वहां पहुंच गई, तब भीड़ ने हंगामा मचाते हुए अस्पताल प्रबंधन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए कार्रवाई की मांग की। इस बीच एएसपी सिटी राजेंद्र जायसवाल के साथ तोरवा, सिटी कोतवाली, सिविल लाइन, सरकंडा, तारबाहर टीआई सहित पुलिस मौके पर पहुंच गई। पुलिस अफसर भीड़ को समझाइश देने का प्रयास करते रहे। इसके चलते वहां देर रात तक तनाव की स्थिति बनी रही।

 

BILASPUR NEWS: एफआईआर और मुआवजे की मांग पर अड़े लोग

BILASPUR NEWS: प्रदर्शनकारी मारपीट करने वाले अस्पताल प्रबंधन पर हत्या के प्रयास और एट्रोसिटी एक्ट के तहत केस दर्ज करने की मांग पर अड़े रहे। भीड़ देर रात तक अस्पताल के बाहर हंगामा मचाती रही। वहीं, मृतक के परिजन को दस लाख रुपए मुआवजा देने की मांग करते रहे।

 

BILASPUR NEWS: चक्काजाम की कोशिश, पुलिस ने भी लहराई लाठियां

BILASPUR NEWS: इस घटना के बाद आक्रोशित भीड़ ने चक्काजाम की भी कोशिश की। पुलिस ने काफी समझाइश देकर मामले को शांत कराने की कोशिश की। इस दौरान अस्पताल में पथराव भी होने लगा। इस बीच भीड़ को नियंत्रित करने पुलिस को भी लाठियां लहरानी पड़ी। पुलिस अफसरों की लगातार समझाइश के बाद भी आक्रोशित भीड़ अस्पताल के बाहर जमी रही।

BILASPUR NEWS: मीडिया के सामने नहीं आया अस्पताल प्रबंधन

BILASPUR NEWS: इस पूरे विवाद और हंगामे पर अस्पताल प्रबंधन का पक्ष जानने के लिए मीडियाकर्मी जुटे रहे। अस्पताल संचालक डॉ.अभिषेक मिश्रा से बातचीत करने का प्रयास किया गया। लेकिन, वे मीडिया के सामने नहीं आए। अस्पताल प्रबंधन की तरफ से कहा गया कि अस्पताल में क्रिटिकल केस लेने से मना किया गया था। परिजनों से पैसे की मांग नहीं की गई है। घायल युवक की हालत गंभीर थी और इलाज शुरू होने से पहले ही उसकी मौत हो गई। उनका यह भी आरोप है कि अस्पताल के कर्मचारियों से परिजनों ने मारपीट की है।