नवागढ़ विधानसभा

नवागढ़ विधानसभा क्षेत्र से विधायक बनने के लिए भाजपा के दो से अधिक दावेदार, कांग्रेस में सिर्फ एक, पढ़िए क्या है नवागढ़ का समीकरण

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विधानसभा चुनाव की तैयारियों के बीच नवागढ़ की सीटों पर दावेदारी के लिए प्रदेश के आलाकमान तक पहुंच रहे नेता, पार्टियां भी कर रहीं अपने स्तर पर सर्वे

नवागढ़ संजय महिलांग: छ. ग.में इस साल के अंत तक विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। जनवरी 2024 को 15वी विधानसभा का कार्यकाल समाप्त हो रहा है और अगले चुनाव के लिए नेताओं ने दावेदारी ठोकना शुरू कर दी है। आगामी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर नवागढ़ की सीट पर दावेदारी कर रहे नेताओं के नाम खंगाले।

इसमें यह पता चला कि विधायक बनने के लिए भाजपा के तीन से अधिक नेता दावेदारी कर रहे हैं वहीं कांग्रेस के पास सिर्फ एक ही नाम है। कांग्रेस कम नामों की दावेदारी को सकारात्मक रूप से देख रही है क्योंकि इसकी वजह से क्षेत्र में खींचातानी नहीं होगी और कांग्रेस दावेदार को इससे मतदान के समय फायदा मिलेगा। वहीं भाजपा अभी हर क्षेत्र में लगातार बढ़ रहे नामों पर चुप्पी साधे हुए है और सर्वे रिपोर्ट का इंतजार कर रही है।

 

दोनों ही पार्टियां करवा रहीं सर्वे

 

आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर दोनों ही पार्टियां सर्वे करवा रही हैं। कांग्रेस और भाजपा आलाकमान का कहना है कि दावेदारों को हर स्तर पर अपनी बात रखने का अधिकार है लेकिन टिकट किसे मिलेगी इसमें जमीनी सर्वे का सबसे अहम रोल होगा।

 

इस बार वन टू वन इलेक्शन

 

माना जा रहा है कि इस बार छत्तीसगढ़ के विधानसभा चुनाव राष्ट्रीय चेहरों की जगह पूरी तरह से स्थानीय चेहरों पर आधारित होंगे। विधानसभा चुनावों में राष्ट्रीय स्तर पर चल रहे बदलावों का बड़ा प्रभाव होता है लेकिन इस बार जनता अपने क्षेत्र के दावेदारों के चेहरे देखकर ही उन्हें चुनेगी।

40 प्रतिशत पुराने टिकट कटेंगे

भाजपा और कांग्रेस संगठन में इस बात की भी चर्चा है कि सही उम्मीदवार को चुनने के लिए इस बार बड़ा बदलाव हो सकता है। माना जा रहा है कि पहली बार भाजपा में 40 प्रतिशत तक पुराने विधायकों के टिकट काटकर नए दावेदारों को मैदान में उतारा जाएगा। टिकट वितरण में दावेदार का क्षेत्रीय होना प्राथमिकता पर होगा।

विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा-कांग्रेस से चर्चा में यह नाम

भारतीय जनता पार्टी से पूर्व कैबिनेट मंत्री दयाल दास बघेल, दयावंत धर बांधे, गिरेंद्र महिलांग, डॉक्टर जगजीवन राम खरे, देवा दास चतुर्वेदी और कांग्रेस पार्टी से गुरु दयाल सिंह बंजारे संसदीय सचिव और विधायक है।